मुफ्त में देखबा वास्ते ऑनलाइन देख सको हो

शक्कर री बात छै! मां आपरै बेटै अर उणरै साथै-साथै उण बगत उणरौ दोस्तां सूं चिपक जावै।
दीठ: 14832

मां नैं ठाह लाग्यो कै उणरै बेटै नैं रात नैं उण नैं खिलावण सारू आयो अर अबै उणरी मोड़
दीठ: 14197